Poetry for friend for propose her Crush......✍️

तुझे देखा अए खुशी, कि खुशी मुद्दत बाद हुई है...
तुझसे हुई है मुहब्बत पहले, सिद्दत तो बाद हुई है....
ये वैभव का वैभव बिखर नहीं रहा,जो साथ नहीं है तेरा....
गर मिल जाए एक दफा वो साथ,तो हो जाए फिर उगता सवेरा.....

उदय होता सूरज सा चमक जाऊं मै,रात की चांदनी सा बिखर जाऊं मै....गर हांथ में हांथ आ जाए तेरा,
एक तू ही तो है...दिल ये धड़कता जिसके लिए मेरा...
हर इम्तिहान से गुजर जाऊं मैं...
तारों को भी धरती पे खीच लाऊं मैं...
गर जुल्फे तेरी सजती हों ऐसे तारों से,समूचा चांद ही घसीट लाऊं मैं.....
बस हांथ में मेरे हांथ आ जाए तेरा....✍️
                            ~UdaiRSinghhhh💥

On behalf of Vaibhav to Khushi💫


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