सुनो,अबकी बार आना तो...

सुनो, अबकी बार जब आना...
तो प्लेन शर्ट पहन के आना..
कलर कोई भी हो,बस प्लेन हो..
काफी अच्छी लगती है तुम पर...

और आना तो सुबह सुबह का रूखापन होने के बावजूद चेहरे पे चमक बरकरार रखना...
मुस्कुरा देना देखकर मुझे हल्का सा,Hnn Hnn सिर्फ होंठो से ही...,
बिना चेहरे पर एक भी सिकुड़न पड़े हुए...
अच्छी लगती है...

जब जब मुस्कुराते हो...
साथ में आंखें ऊपर करके पूछते हो कुछ...
तो लगता है,बताती ही रहूं...
कभी कभी नीचे देखते हुए,आंखे मेरी तरफ करते हो...
तो लगता है समा जाऊं इनमें...
और खो जाऊं कहीं, कि फिर बाहर ही न निकलूं...
बस लगता है...!!!,क्योंकि तुम्हें अभी तक नहीं पता, कि मैं हमेशा ही खो जाती हूं,जब जब तुम्हारे साथ होती हूं,खासकर कि तुम्हारे सामने...
जब जब तुम्हारी आंखों में आंखे डालती हूं...
कि फिर निकलना ही नहीं चाहती वहां से...
कि निकलना पड़ता है फिर हमेशा ही...
जब जब तुम्हारी चाय खत्म हो जाती है...या फिर हमारी नींद टूट जाती है...✍️
                  ~उदय'अपराजित🌞💥.





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