फर्क इतना भी होगा कि पहली अवस्था में रो दूंगा शायद...(Poetry)
तुम्हें पता है मैं तुमसे तब बताऊंगा कि कितनी ही बार किया है इजहार मैंने तुमसे....
जब तुम पूरी तरह हमारी होगी या फिर पूरी तरह ख
किसी और की...
पहली अवस्था में तुम्हें वह मान कर बताऊंगा जिसके बारे में बात कर रहा होऊंगा उस बखत....
और दूसरी अवस्था वह होगी जब तुम किसी और की होगी, या किसी और के लिए होगी....
तब बता के हंस के चला जाऊंगा...
फर्क इतना भी होगा कि पहली अवस्था में रो दूंगा शायद...
~उदय,अपराजित💥
Comments
Post a Comment