मैं दोस्ती की उम्मीद लेकर आऊंगा तुम्हारे पास......(अधूरी ssss)

मैं दोस्ती की उम्मीद लेकर आऊंगा तुम्हारे पास...
इसे तुम मेरा पीछा पड़ना ना समझ लेना...

मैं तुम्हारी दोस्ती के खातिर...
औरों के प्यार भी छोड़ आऊंगा...
इसे तुम समझ लेना हमारा वो स्नेह...
जो अनकहा रहा हमारी तरफ से,हमेशा से ही....

गलतियां कर जाऊंगा कुछ...
माफी हो सके तो माफ भी कर देना...
अक्सर ही मैं देर से रहता हूं...
इसके लिए मुझे डांट देना....

लेकिन विछोह कर के मत जाना कभी...



उदय अधूरी
Shssssss

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