कोरोना परिपेक्ष्य में इतिहास से अर्थव्यवस्था एवं आधुनिक राजनीति व व्यवस्थाएं...(Article)

पिछले कुछ दिनों में मंदिर-मस्जिद-हॉस्पिटल-,स्कूल्स को लेकर काफी विचार विमर्श-ट्वीट्स सामने आ रहे हैं,तो क्या वास्तव में मंदिरों को एकतरफा दरकिनार कर हॉस्पिटल बनाने की आवश्यकता है,या भारत के जितने भी मंदिर हैं,उनको अस्पतालों में परिवर्तित कर देना चाहिए....?

अंततः अगर हम सरकार से अपनी आस्था की अपेक्षा करते हैं,तो इसमें कोई दोराय नहीं होगा कि हम सरकारी पैसे से इसकी अपेक्षा नहीं कर रहे हैं.....
अगर हम उससे कुछ अपेक्षा करते भी हैं तो इसका मतलब यह नहीं, हम हॉस्पिटल या स्कूल नहीं बनने देना चाहते,या इसके खिलाफ हैं...!

आइए एक नजर डालते हैं अपने स्वर्णिम अतीत पर.....
हमारी संस्कृति ने सिर्फ जैन-बौद्ध-हिन्दू मंदिर ही नहीं अपितु आयुर्वेद,सर्जरी(Surgery),खगोलविज्ञान(Astronomy),ज्योतिष(Astrology),अंतरिक्ष में ग्रहों नक्षत्रों को पढ़ना भी सीखा है व संपूर्ण विश्व को सिखाया है....
Source:-THE STATESMAN
विश्व में प्रथम अंग-दान(Organ Donation) भी भारतीय इतिहास में उत्पन महर्षि दधीचि से ही हुई है....


मैने देखा कि मुनव्वर फारूकी जैसे लोग StandUp Comedy के नाम पर कुछ ऐसे ट्वीट्स करने में जरा सा भी नहीं हिचकते....

Source:-TWITTER
क्या आपको लगता है अगर भारत में तीसरा Point Mythology होता तो ये पहले और दूसरे Point को Mythology बोल पाते.....?

अगर वामपंथियों के ट्वीट्स को नजरंदाज कर भी दिया जाए,तो वास्तविक समस्या है कहां आखिर?भारत की मेडिकल संसाधनों में कमी की समस्या को नजरंदाज नहीं किया जा सकता.......
 तो ये आज जो भी समस्या उफान पर है, ये गलती कहां है,सरकार में?,हम में? या यही प्रकृति ही जिम्मेदार है?


आज ऐसे वक्त पर ऑक्सीजन,वैक्सीन जैसी चीजों की कालाबाजारी क्यों हो रही है,आखिर इसका कारण क्या है?इन चीजों की जिम्मेदारी केंद्र को राज्यों पर सौंप देना कहां तक उचित है!!?

राज्यों के अपनी अपनी ओर संसाधनों के खींचने,झपटने की होड़,से ना केवल नैतिक अस्थिरता का योजन हो रहा है बल्कि मानसिक चेतना का भी हनन हो रहा है....


भारतीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश के बजट में 35,000 करोड़ रुपए सिर्फ वैक्सीनेशन के लिए आवंटित(Allot) किए,तथा जरूरत पड़ने पर और भी खर्च करने का ढांढस बंधाया।
Source:INDIA TODAY
बात करते हैं, ये क्या कम है,या अभी और जरूरत है...?

18 साल से अधिक वाले व्यक्तियों की संख्या भारत में 90 करोड़ के करीब है,2-2 डोज(कंप्लीट डोज) के हिसाब से 180करोड़ डोज की आवश्यकता होगी....

यूरोप या अन्य विकसित देशों में 2 से 4 डॉलर प्रति डोज खर्चा आता है, यही कारण है कि वैक्सीन भारत में बनाई जा रही है, ताकि गरीब देशों को भी निर्यात कराई जा सके,इस तरीके से 150-200₹ के तकरीबन प्रति डोज होना चाहिए,इस तरह से भारत की 18 साल से अधिक पूरी आबादी के लिए (180X200)करोड़= 36,000 करोड़ ₹ कुल खर्च आएगा,जबकि 35,000 करोड़ तो बजट सत्र के दौरान ही आवंटित कराया जा चुका था,फिर ये समस्या क्यों?क्यों केंद्र यह जिम्मेदारियों को राज्यों पर थोप रहा है!!!!!?


हालांकि उत्तर प्रदेश,छत्तीसगढ़ जैसे बड़े राज्यों ने वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को जन कल्याण के लिए निशुल्क कर रखा है।
 
निशुल्क?hnn निशुल्क!!! लेकिन हमे इसकी जरूरत ही क्यों पड़ी.....क्या कोई व्यक्ति विशेष का इसमें जिम्मेदार है,नही!इस आपदा में किसी व्यक्ति विशेष पर सारी गलतियां या जिम्मेदारियां थोप देना गलत होगा.....
पर जब भी कोई मुझसे कोरोना तबाही की बात करता है,मुझे बंगाल की रैलियां याद आती हैं,पता नहीं क्यों!!!!?
Source:-OFFICIAL ACCOUNT
लेकिन क्या सिर्फ पॉलिटिकल रैलियां ही जिम्मेदार हैं इसमें?शायद नहीं!!,उत्तराखंड सरकार ने कुंभ मेले की इजाजत किस आधार पर दे दी?कुछ नहीं पता!!
रमजान,बैशाखी की भीड़ हो या राजनैतिक भीड़;है भारतीय जनता को इसका खयाल रखना चाहिए था! बीजेपी,टीएमसी,आईएनसी की इकट्ठी की हुई भीड़ को बंगाल हजम नही कर सका,और शुरू हो गए कोरोना के नए नए Mutant, पहले Double Mutant, फिर Tripple Mutant बंगाल में पैर पसारने पर आमादा हो गया.....!!!
Source:-INDIA TODAY

सिर्फ कुंभ रमजान वा राजनैतिक भीड़ ही पर्याप्त थी सर्वनाश के लिए,किंतु इतना अभी काफी नही था शायद,तो शुरू हो गए किसान आंदोलन,बचे खुचे यति नरसिंहानद के खिलाफ विरोध प्रदर्शन!!!!
Source:-JAGARAN.COM
देश आए दिन इन अनावश्यक बोझों को झेल ना सका,और शुरू हो गया मौत का तांडव......

समाधान अब क्या ही है इसका?
हम ऐसे मुद्दों पर बात नहीं करते,जिसका कोई समाधान न हो!
सरकार इन चीजों को अच्छी तरह से लागू कर इस महामारी से निजात पा सकती है...अन्यथा आम आदमी से राजनेता तक,भुगतने को तैयार रहे......

 सरकार को अभी और जनहित में कार्य करने की आवश्यकता है.....
                                         Written By-UdaiRajSingh💥


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